जाने, DSLR कैमरा के बारे मे

Complete information about DSLR camera



आज के इस मॉडर्न जमाने मे और फैशन के दौर में शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति होगा जिसे फोटो खिंचवाने का शौक ना हो। मोबाइल कैमरे ने भले ही सेल्फी को बढ़ावा दिया हो लेकिन आज बेस्ट फोटोग्राफी के लिए DSLR कैमरा आज भी लोगों के दिलों की पहली पसंद बना हुआ हैं। चाहें शादी-फंक्शन हो या किसी का बर्थडे समारोह हो या कोई और प्रोग्राम हो, हर जगह DSLR कैमरा का ही प्रयोग देखने को मिलता हैं। 



कई लोगों ने DSLR कैमरे का use तो किया भी होगा लेकिन DSLR कैमरे के बारे में वे अच्छे से नहीं जानते होंगे। वे सिर्फ और सिर्फ यह जानते होंगे की DSLR कैमरा अच्छी फोटोग्राफी को करने मे काम आता है लेकिन वे यह नहीं जानते हैं की इस कैमरे का यूज़ कैसे करना है। इस कैमरे के क्या-क्या फंक्शन है और तो और यह कैसे दुसरे डिजिटल कैमरों से अलग है। 


आज भले ही बहुत से नए-नए तरीके के सेल्फी फ़ोन मार्केट मे आये है लेकिन DSLR कैमरे के सामने महंगे से महंगे फोन की कोई अहमियत नही हैं। DSLR कैमरे से ली गई photos में और फ़ोन के photos में रात-दिन  का  अंतर  होता  है। DSLR   के  फीचर Smartphon के कैमरे से बहुत ही अलग होते है। आज की इस सुंदर पोस्ट में हम समझेंगे की DSLR कैमरा क्या होता है, यह किस तरह से काम करता है और इसके फंक्शन क्या-क्या है?




DSLR का फ़ुल फॉर्म क्या होता है (What is the full form of DSLR?) :-

DSLR की फुल फॉर्म "Digital Single Lens Reflex" होती हैं।




DSLR कैमरा क्या है (what is DSLR camera) :-

DSLR कैमरा एक डिजिटल सिंगल लैंस रिफ्लेक्स कैमरा है जो की Digital Format में photos और videos कैप्चर करता है तथा उसे ilectronic image sensor की मदद से record करता है। इस DSLR कैमरे में आप photo लेने के बाद तुरंत ही उस photo को भी देख सकते है, और उसे डिलीट भी कर सकते है और उसकी जगह नया फोटो भी ले सकते है। 


इसके लैंस भी बहुत एडवांस होते है और यह हमारे फ़िल्मी कैमरे से बिल्कुल ही अलग होता है। इसके फीचर की बात करे तो इसके फीचर ही इस कैमरे को यूनिक बनाते है। इसके लैंस और एडवांस फीचर आपको एक parfact picture में मदद करते है, तो चलिए DSLR कैमरा क्या हैं इसके बारे मे तो आपको समझ मे आ ही गया होगा, तो आईये अब हम जानेंगे कि DSLR कैमरा के parts कैसे काम करते है?




DSLR कैमरा का इतिहास (History of DSLR Camera) :-

DSLR कैमरा का अविष्कार 1989 में हुआ था जिसे Steven Sasson और Robert Hills के द्वारा पहली बार बनाया गया था। 

यह Jury Rigged Prototype नहीं था उस टाइम मे भी  मेमोरी कार्ड का इस्तेमाल किया जाता था और छवि यानी पिक्चर को संकोचित करता था। 

जैसे जैसे समय बीता वैसे वैसे DSLR कैमरा मे सुधार होता गया और दूसरे digital camera से बेहतर होता गया और आज के समय मे इस कैमरा का इस्तेमाल बहुत ही जोरों सोरो से हर पार्टी, फंगक्शन से लेकर प्रोफेसनल कामों मे भी किया जा रहा है। 





DSLR कैमरा कैसे काम करते हैं (How do DSLR cameras work?) :-

जब आप अपने DSLR कैमरे के पीछे View-finder के माध्यम से देखते हैं, तब आप उसमे से जो भी चीजों को देख सकते हैं वह कैमरे से जुड़े लेंस के माध्यम से होकर गुजरता है, जिसका अर्थ है कि आप उन सभी चीजों को कैप्चर कर सकते हैं, जिन चीजों को आप कैप्चर करने का प्रयास कर रहे हैं। वह लेंस के माध्यम से एक रिफ्लेक्स मिरर में गुजरता है, जो कैमरा चेंबर के अंदर 45 डिग्री के कोण पर स्थित होता है। वो उस दृश्य को लंबवत रूप में एक प्रकाशीय तत्व पर भेजता है जिसे “पेन्टैप्रिज्म” कहते है। 


पेन्टैप्रिज्म फिर दो अलग-अलग दर्पणों के माध्यम से दृश्य को पुन: र्निर्देशित करके लंबवत रूप को तिरछे रूप में परिवर्तित कर देता हैं। 


जब आप अपने DSLR कैमरे से कोई तस्वीर लेते हैं, तब reflex mirror ऊपर की ओर झूलते हुए लंबरूप मार्ग को रोकता है और प्रकाश को बिल्कुल सीधे अंदर जाने देता है। फिर, शटर खुलता है और प्रकाश को image sensor तक पहुंचाता है। 


picture को रिकॉर्ड करने के लिए image sensor को जितना समय लगता है उतने ही समय के लिए शटर खुला रहता है, फिर बाद मे शटर बंद हो जाता है और reflex mirror 45 डिग्री के कोण पर वापस लौट जाता है ताकि View-finder में प्रकाश को फिर से निर्देशित किया जा सके।


जाहिर है, यह प्रक्रिया यहीं नहीं रूकती है। इसके बाद DSLR कैमरे पर बहुत सारी picture प्रकाशित होती है। कैमरा processor image sensor से जानकारी लेता है, फिर इसे एक सही प्रारूप में परिवर्तित करता है, फिर इसे मेमोरी कार्ड में save कर देता हैं। 


इस पूरी प्रक्रिया को होने में बहुत कम यानी क्षण भर का ही समय लगता है। कुछ DSLR कैमरा एक सेकंड में ग्यारह से ज्यादा बार ऐसा कर सकते हैं। 


अब तो आप समझ ही गए होंगे कि DSLR कैसे काम करता है ये केवल आसान भाषा में मैंने आप लोगों को सारी जानकारी प्रदान की हैं। 




DSLR कैमरे के पार्ट्स कौन-कौन से है (What are the parts of DSLR camera?) :-

DSLR कैमरा से फोटो कैसे खिचे यह तो सभी को पता होगा, पर क्या आपको यह पता है कि इसके सभी पार्ट्स कैसे काम करते है? अगर नहीं तो चलिए जानते हैं इसके बारे मे। 

1. Lens =>   DSLR कैमरे में कुल तीन लेंस होते है। 

A- standard lens

B- kit lens

C- prime lens


A=>  सबसे पहला “standard lens” हैं जो की अब use नहीं किये जाते हैं। इन लेंस(standard lens) का इस्तेमाल फिल्म कैमरे में किया जाता था जो की 50MM रेंज की होती थी। इन लेंस को  standard lens इसलिए कहते थे क्योंकि यह लेंस पहले कैमरे के साथ आते थे और आप इनमे कोई Adjustment नहीं कर सकते थे। 


B=>  दूसरा लेंस “kit lens” हैं जो की अब DSLR कैमरे में use होते है। इन lens को रोज होने वाली शूटिंग के लिए डिजाईन किया गया था ताकि लोग daily basis पर इससे फोटो क्लिक कर सके। 


C=>  तीसरा लेंस है “prime lens” हैं। इनमे पहले से ही Focal Length fixed होता है, इसलिए इन्हें Fixed Lens भी कहा जाता है। इसमें zoom in या zoom out करने का कोई भी विकल्प मौजूद नहीं होता है। Prime lenses अत्यंत sharper होते हैं zoom lenses की तुलना मे। ऐसा इसलिए होता हैं क्यूंकि उनके पास extra glass अन्दर में नहीं होता है। 




2. Reflex Mirror =>   कैमरे का वह भाग जहां पर किसी image की Reflex दिखाई देती है। यह कैमरे का बहुत ही महत्वपूर्ण भाग होता हैं। यह mirror लेंस के ठीक back side मे लगा होता है जिससे लेंस से आने वाली लाइट इसपे पड़ती है और यह उसे एब्जार्व कर लेती है। 




3. Shutter =>   यह पार्ट हर तरह के कैमरे में होता है। इसका काम कैमरे में जा रही लाइट को कण्ट्रोल करना करना होता है। शटर जितना जल्दी बंद होगा उतना ही कम लाइट image को मिलेगा और शटर जितना धीरे बंद होगा उतना ही ज्यादा लाइट image को मिलेगा। लाइट के ज्यादा होने से फोटो ज्यादा Bright दिखती है और लाइट के कम होने से फोटो Dark दिखती है। 

आपको इन दोनों के बीच का combination यूज़ करना होता है ताकि फोटो परफेक्ट और अच्छे से आ सके। 



4. Image Sensor =>   कैमरे का शटर जब एक बार बंद हो जाता है तो image sensor उस image को कैप्चर कर लेता है। जितना sensor बड़ा होगा उतनी ही डिटेल में फोटो अच्छी आएगी। image sensor अगर छोटा होगा तो image छोटी आएगी और दिखने में भी Clear नहीं होगी। 

DSLR जैसे कैमरे में बहुत बड़े sensor का use होता है जिसके कारण आपको एक बहुत ही अच्छी और परफेक्ट image मिल जाती है। 




5. Focusing Camera =>   यह DSLR कैमरे का बहुत ही महत्वपूर्ण अंग हैं। यह आपके द्वारा खीची गई उस फोटो का Preview भी दिखा सकता है जिस चीज की आप फोटो लेने जा रहे है। इसमें आप सामने दिख रही image को View Finder में भी देख सकते है कि आप ने जिस भी चीज की फोटो ली है उसकी image सही से आ रही हा या नहीं। 




6. Condenser Lens =>   इसमें 2 Convex लेंस होते है और इन lenses को डिजाईन करने का कारण सिर्फ इतना है कि जो लाइट लेंस पर पड़े वो सीधी रहे और एक पथ पर चले। 




7. Pentaprism =>   यह  prism पाँच कोनो वाला एक Reflecting प्रिज्म होता है जो किसी भी लाइट को 90 डिग्री पर मोड़ देता है चाहे वो लाइट 90 डिग्री के प्रिज्म में आई हो या नहीं। ऐसा करने से लाइट image पर सीधी पड़ती है और फोटो Clear आती है। 




8. Eyepiece / View Finder =>    यह DSLR कैमरे का वह भाग होता हैं जहां से आप image को देख पाते है यह View Finder होता है। यह एक LED ग्लास टाइप जैसा होता है इसमें आप जिस चीज की फोटो लेने जा रहे है उसे भी देख सकते है। View Finder की मदद से फोटो पर अच्छे से focus को सेट किया जा सकता है। 





स्मार्टफोन कैमरा और डी एस एल आर कैमरा में क्या अंतर है (What is the difference between smartphone camera and DSLR camera?) :-

मोबाइल के कैमरे और DSLR कैमरे में वही अंतर है जो की एक प्रोफेशनल और अनप्रोफेशनल चीज में होता है। DSLR कैमरे में image sensor बहुत ही बड़ा होता है जबकि मोबाइल के कैमरे में यह बहुत छोटा होता है। जितना बड़ा सेंसर होता है उतनी ही अच्छी फोटो आती है। 


ज्यादा MP(मेगापिक्सेल) का कैमरा होने से कुछ नहीं होता फोटो की क्वालिटी केवल उसके sensor पर निर्भर करती है। अभी तक फोटो के मामले में DSLR कैमरा बहुत ही जबरदस्त रिजल्ट दे चुका हैं। 


Mobile Camera के तुलना में DSLR में फोकस बहुत ही शानदार तरीके से किया जा सकता है। इसके अलवा DSLR Camera की बैटरी लाइफ भी बहुत ज्यादा होती है Mobile Camera की तुलना में। 





डी एस एल आर कैमरा का कितना रेट है (How much does a DSLR camera cost?) :-

DSLR क्या होता हैं यह हमने जाना यदि हम बात करे DSLR कैमेरे के दाम के बारे मे तो यह आप के बजट पर निर्भर करता है कि आप किस तरह का कैमरा खरीदना चाहते है।


क्यों कि बाजार मे आपको हर रेट का DSLR कैमरा देखने को मिलेगा पर यदि अगर हम बात करे प्राइस की तो एक बेस्ट DSLR कैमरे का दाम 50000 से शुरू होकर दो लाख के बीच हो सकता है|


यह आप के बजट पर निर्भर करता है कि आप किस उपयोग के लिए DSLR कैमरा लेना चाहते है और आपका बजट क्या है|




तुरंत डिलीट करें ये 5 एंड्राएड ऐप्स, नहीं तो आपका अकाउंट हो जाएगा पूरा खाली

Some Android apps which will completely empty your account



आज के डिजिटल भरे युग मे हम सभी लोग एंड्राएड फोन का इस्तेमाल बात करने के लिए बहुत कम और तमाम तरह के कामों के लिए बहुत ज्यादा करते हैं। ये स्मार्टफोन (एंड्राएड फोन) इस डिजिटल युग मे जब से आए हैं, तब से हमारे जीवन में बहुत से ऐसे कार्य हैं जिन्हें पहले करने मे काफी वक्त लगता था, अब वही कार्य चुटकियों में संपन्न हो जाते हैं। 



आज हम सभी लोग चाहे वो युवा हो या बच्चा हो या बुजुर्ग व्यक्ति क्यो न हो स्मार्टफोन (एंड्राएड फोन) का इस्तेमाल हम कहां नहीं करते, इसके बारे में बताने की जरूरत नहीं है। लेकिन आपको अपने फायदे के लिए यह बात जानना बहुत जरूरी है कि जब से स्मार्टफोन (एंड्राएड फोन) इस डिजिटल युग आएं है, उतने ही ज्यादा ऑनलाइन स्कैम भी बढ़ गए हैं। हर कोई अपने स्मार्टफोन में ढेरों एप्लीकेशन डालकर रखते हैं और ये सारी एप्लीकेशन हमें प्राप्त होती है "google Play store" से। 


अब हम बात करते हैं "google Play store" की, तो   दोस्तों   आप   सभी   लोग  "google  Play store"   के  बारे  मे   तो  अच्छे   से  जानते  होंगे कि "google Play store" का इस्तेमाल अक्सर हम game, social media और अन्य इंटरटेनमेंट एप को डाउनलोड करने के लिए करते हैं। "google Play store" में कई सुरक्षा दीवारें हैं, इसके बावजूद कुछ मालवेयर वाले एप्स इसे हैक कर लेते हैं और मोबाइल फोन और टैबलेट जैसे डिवाइस को भारी नुकसान पहुंचाते हैं। ऐसे ही चार एप को "google Play store" पर ढूंढा गया है, जिनमें सीक्रेट हाइडिंग मैलवेयर शामिल हैं।


ऐसे में हम आपको बता रहे हैं ऐसी एंड्रएड ऐप्लीकेशंस के बारे में जो आपके फोन की जासूसी करती है और आपके बैंक अकाउंट की सारी जानकारी एकत्रित करके उन्हें खाली कर सकती है। ऐसे ऐप्स को लेकर समय-समय पर रिपोर्ट आती रहती है। तो चलिए जानते हैं उन जासूसी ऐप्लीकेशंस के बारे मे...... 



ये 5 जासूसी एप्स है जिनके बारे मे मैं नीचे बताने जा रहा हू जो की काफी खतरनाक हैं। 

एक रिपोर्ट के अनुसार....

1=>  File Manager Small, Lite

2=>  My Finances Tracker

3=>  Zetter Authentication

4=>  Codice Fiscale 2022

5=>  Recover Audio, Images and Videos 


इन सभी ऐप्स में वायरस पाए गए हैं। यदि आपने भी अपने स्मार्टफोन मे इन ऐप्स को इंस्टॉल कर रखा है या इस्तेमाल कर रहे हैं तो अभी के अभी इन ऐप्स को तुरंत डिलीट कर दें। ये ऐप्स आपकी बैंक अकाउंट डिटेल्स को स्कैमर्स तक पहुंचा देते हैं जिससे आपको फाइनेंशियल नुकसान हो सकता हैं। पहले की रिपोर्ट में बताया गया है कि इन ऐप्स को लाखों बार डाउनलोड किया गया है।



इस देशों के लोग झेल रहे इन भयानक वायरस ऐप का कहर..... 

बता दें कि ये वायरस ऐप अभी ऑस्ट्रिया, अमेरिका, इटली, ऑस्ट्रेलिया, स्पेन, जर्मनी और पोलैंड जैसे देशों में यूजर्स को अपना शिकार बना चुके हैं। 


इन पाँच मोबाइल ऐप्स को एक ही ऐप डेवलपर के द्वारा बनाया गया है और आज इस समय इसके एक मिलियन से भी ज्यादा डाउनलोडर हैं। और तो और ये ऐप "google Play store" पर सर्टिफाइड भी हैं। हालांकि, साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट का दावा है कि इन ऐप में Android/Trojan Hidden Aps आपस शामिल है। ऐप को डाउनलोड करने के 72 घंटे के बाद ही यह Trojan एक्टिवेट हो जाता है और डाटा चुराना जैसी एक्टिविटी करना शुरू कर देता है।



अगर आप अपनी जरूरत के अनुसार किसी ऐप्स को डाउनलोड करना चाहते हैं तो उस ऐप्स को ऑफिशियल ऐप स्टोर से ही डाउनलोड करें। ऐप डाउनलोड करने से पहले उसकी रेटिंग और दूसरी डिटेल्स को जरूर - जरूर चेक करें। ताकि आप इस भयानक घटना का शिकार होने से बच सके। 



इन ऐप में भी मिला खतरनाक Trojan वायरस। 

Trojan वायरस वाले ऐप कुछ इस प्रकार हैं....... 

1=>  Bluetooth Auto Connect । इस ऐप को करीब 10 लाख बार डाउनलोड किया जा चुका है। 

2=>  Bluetooth App Sender । इस ऐप को करीब 50 हजार बार डाउनलोड किया जा चुका हैं । 

3=>  Driver: Bluetooth, Wi-Fi, USB । इस ऐप को करीब 10 हजार से भी ज्यादा डाउनलोड किया जा चुका हैं। 

4=>  Mobile transfer: smart switch । इस ऐप को करीब 1 हजार बार डाउनलोड किया जा चुका हैं। 

इन सभी ऐप मे खतरनाक Trojan वायरस की पुष्टि की गई है। यदि आपके स्मार्टफोन में भी इनमें से कोई ऐप है तो आप इसे तुरंत ही डिलीट कर दें। 



आपका बैंक अकाउंट हो जाएगा बिल्कुल खाली । 

हैकर्स इसका फायदा उठाने की कोशिश में रहते हैं। इन ऐप्स के बारे में अभी तक यह जानकारी सामने निकल कर आई है कि ये ऐप्स आपके स्मार्टफोन का डेटा के साथ बैकिंग डिटेल्स की भी चोरी कर लेते है। इससे आपको काफी फाइनेंशियली नुकसान हो सकता है। 



मैलवेयर के जरिए करते हैं टारगेट 

बताते चले कि आजकल  इस डिजिटल युग मे एक नया scam(स्कैम) चल रहा है। इसमें हैकर्स मैलवेयर के जरिए यूजर्स को टारगेट बनाते है और ये मैलवेयर यूजर के बैंक अकाउंट की पूरी जानकारी स्कैमर्स तक पहुँचाने का काम करते है। रिपोर्ट के अनुसार, इस जानकारी मे यूजर्स के अकाउंट नंबर और लॉगिन आईडी भी शामिल हैं। इससे यूजर का बैंक अकाउंट खाली हो सकता है। ऐसे में जरूरी है आप इस खतरनाक मैलवेयर से सावधान रहें। और अपने बैंक एकॉउंट को सुरछित करे। 


मालवेयर बाइट्स लैब्स के रिसर्चर के अनुसार यह एप्स फिशिंग ट्रिक्स की ओर ले जाते हैं जो आपके डाटा और व्यक्तिगत जानकारी को चुरा सकते हैं। आपकी निजी जानकारी का इस्तेमाल फिर ब्लैकमेलिंग और अन्य अपराध के लिए किया जा सकता है। 




क्या आपका WhatsApp, Facebook और Gmail कोई और तो नहीं यूज कर रहा है?




आज के समय में सभी व्यक्ति स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हैं। वहीं स्मार्टफोन को इस्तेमाल करने के लिए Email id की जरूरत होती है। ऐसे में अधिकतर लोग Gmail का ही इस्तेमाल करते हैं। आपके Gmail Account से आपके कई सारे अकाउंट लिंक होते हैं, जैसे= WhatsApp, Facebook, Instagram, Massenger। जिसके चलते सिक्योरिटी को लेकर Gmail की जिम्मेदारी काफी हद तक बढ़ जाती है। अगर आपका Gmail हैक हो जाता है तो आपके कई सारे social media account भी हैक हो जाएंगे।
 



इसलिए आपको अपनी Gmail id और password सुरक्षित रखना चाहिए। अगर आप भी Gmail का इस्तेमाल करते हैं तो यो खबर आपके लिए बड़े काम की साबित हो सकती है। 



कभी कभी आपका वॉट्सऐप(WhatsApp), फेसबुक (Facebook), जीमेल(Gmail) अकाउंट आपके अलावा कोई और भी यूज(use) कर रहा होता है मगर कई बार ऐसा भी होता है कि स्मार्टफोन यूजर(usee) को इसके बारे मे पता भी नहीं हो पाता है। ऐसे में इन ऐप्स की ज़रूरी सेटिंग्स(Setting) के बारे में आपको जानना बहुत जरूरी हो जाता है। 



इसके अतिरिक्त Facebook और उसकी सहायक कंपनियां - इंस्टाग्राम(Instagram) और वॉट्सऐप (WhatsApp) हैं। ये दोनों हीआज सबसे लोकप्रिय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के रूप में उभरे हैं। ये ऐसे प्लेटफॉर्म भी हैं जहां यूजर्स(users) का पीछा किया जाता है और उन्हें धमकाया भी जाता है। 


लेकिन अगर वॉट्सऐप(WhatsApp) की बात करे तो  वॉट्सऐप(WhatsApp) आज के समय मे भारत में सबसे ज़्यादा यूज(use) किया जाने वाला मैसेजिंग ऐप बन गया है। 


ये तीनों अकाउंट्स(WhatsApp, Facebook,Gmail) आपके काफ़ी पर्सनल होते हैं और आप ये कभी नहीं चाहेंगे कि आपके personal social media account अलावा कोई और भी इन्हें यूज(use) कर रहा हो| आप में से कई लोग इन सेटिंग्स(setting) के बारे में जानते भी होंगे, लेकिन कई ऐसे भी लोग हैं जिन्हें इन सेटिंग्स(setting) के बारे में नहीं पता होता हैं। 


लेकिन इन सेटिंग्स(settings) को जानने का तरीक़ा काफ़ी सिंपल है और इसमें आपका ज़्यादा समय भी नहीं बर्बाद होगा। मोबाइल या कंप्यूटर दोनों से ही आप ये जान सकते हैं कि आपका जीमेल अकाउंट(Gmail account) कहां लॉगइन(Longin) है और कौन यूज (use) कर रहा है। 



● आपका Gmail Account कौन कर रहा हैं यूज|

सबसे पहले आप अपना Google Account Long in करें।  इसके   बाद   लेफ़्ट   नेविगेशन   पैनल (left nevigation painal) से Security सेलेक्ट करें। यहां डिवाइस पैनल(device painal) मिलेगा। अब आप यहां से Manage all devices का option सेलेक्ट कर सकते हैं।



यहाँ आपको उन डिवाइसेज की लिस्ट दिखेगी जो आपके जीमेल अकाउंट(Gmail Account) से लिंक्ड (Linked) हैं। अगर आप यहाँ ऐसा डिवाइस पाते हैं जो आपने अपने अकाउंट(Account) में ऐंड(add) नहीं किया है तो समझ लें आपका अकाउंट(Account) कोई और यूज(use) कर रहा है या पहले उसने ऐसा किया है। 


यहां पर ही आपको Device Session का ऑप्शन (option) दिखेगा। यहां सेलेक्ट करके आप ज्यादा जानकारी पा सकते हैं। अगर कोई डिवाइस आपकी जानकारी वाला नहीं है तो वहां पर Sign Out का ऑप्शन(option) चुन सकते हैं। 


गूगल(Google) के मुताबिक़ इस डिवाइस लिस्ट में कोई ऐसा डिवाइस दिख रहा है जिसे आप नहीं जानते है तो साइन आउट करके अपने अकाउंट का पासवर्ड बदल लें. यहाँ पर आप लोकेशन भी देख सकते हैं कि डिवाइसेज कहां से long in हैं। 



●  Facebook में इस प्रकार करें चेक….. 

फ़ेसबुक(Facebook) में भी जीमेल(Gmail) की तरह ही ऑप्शन(Option) है जहां से आप ये पता लगा सकते हैं कि आपका अकाउंट(Account) कोई और तो नहीं यूज(Use) कर रहा हैं। 


फ़ेसबुक(Facebook) पर अपना अकाउंट(Account) लॉग इन(Log in) करें। इसके बाद टॉप मेन्यू में से सेटिंग्स(Settings) वाले ऑप्शन(option) में जाएँ। यहाँ पर आपको Settings & Privacy का ऑप्शन (option) दिखेगा। इसे टैप(Tap) करने के बाद आपको एक लिस्ट मिलेगी जिसमें Security and login का ऑप्शन(option) होगा। 


स्क्रॉल करके नीचे आने पर आपको ये ("Where you’re logged in") लिखा हुआ दिखेगा। यहां See More का भी ऑप्शन(Option) होता है अगर आपका अकाउंट(Account) एक से भी ज्यादा डिवाइसेज से ऐक्सेस किया जा रहा है तो। 


यहाँ आपको उन सभी स्मार्टफोन्स या लैपटॉप की लिस्ट दिखेगी जहां आपका फ़ेसबुक अकाउंट(Facebook Account) लॉग्ड इन(loged in) है। अगर इनमें से कोई डिवाइस ऐसा लगता है जिससे आपने अपना अकाउंट(Account) लॉगइन(log in) नहीं किया है तो तुरंत डिवाइस के पास दिए गए Log out ऑप्शन (option) को सेलेक्ट करके उस डिवाइस से अपना अकाउंट(Account) लॉग आउट(log out) कर लें। 


सिर्फ़ आपके लिए अपने अकाउंट(account) को लॉगआउट(log out) करना ही काफ़ी नहीं है, अगर हो सके तो तुरंत अपने अकाउंट(Account) का पासवर्ड (Password) भी बदल दें और मुमकिन हो तो उसमें "टू फ़ैक्टर ऑथेन्टिकेशन" यूज कर लें ताकि आपका अकाउंट(Account) ज़्यादा सिक्योर हो जाए। 




● WhatsApp में जानें कौन यूज कर रहा आपका अकाउंट?

वैसे तो WhatsApp के साथ अच्छी बात ये है कि एक बार में इसे एक ही मोबाइल फोन पर यूज(use) किया जा सकता है, लेकिन multi device suport आने के बाद से अब मोबाइल और कंप्यूटर में एक साथ यूज कर सकते हैं। 


पहले स्मार्टफोन में इंटरनेट नहीं होता था वॉट्सऐप (WhatsApp) वेब भी काम नहीं करता था। लेकिन अब ऐसा नहीं है, अब फ़ोन में नेटवर्क ना हो तो भी वॉट्सऐप (WhatsApp) वेब यूज किया जा सकता है। ऐसे में अगर आपका वॉट्सऐप(WhatsApp) कोई और यूज कर रहा है तो इसके बारे में आपको पता भी नहीं चलेगा। 


कुछ ऐसे क्लोन ऐप्स होते हैं, अगर कोई आपका फ़ोन हाथ में लेता है तो वो आपके वॉट्सऐप (WhatsApp) वेब का लॉगइन (log in) ऐप के ज़रिए अपने पास ले सकता है। इसे चेक करने का तरीक़ा बहुत ही सरल है। आपको अपनी मोबाइल के वॉट्सऐप (WhatsApp) सेटिंग्स में जाना है। 


सेटिंग्स में Linked Devices का ऑप्शन दिखेगा जहां पर आपको क्लिक करना है। यहां क्लिक करते ही आपको एक लिस्ट दिखेगी जहां से ये पता चलेगा कि आपका वॉट्सऐप(WhatsApp) किस डिवाइस पर लॉग्ड इन(loged in) है। अगर यहां आपका डिवाइस नहीं है तो समझ लें आपके वॉट्सऐप(WhatsApp) मैसेज कोई और पढ़ रहा है। यहां से आपको लॉगआउट (log out) करने का ऑप्शन मिलेगा और यही से आप लॉगआउट(log out) कर सकते हैं। 



(तो दोस्तो कैसी लगी ये हमारी जानकारी अगर और भी कुछ इस तरह की जानकारी चाहिए तो आप हमारे कॉमेंट बॉक्स मे लिख कर भेज दे।) 




अब आप भी देख सकते हो व्हाट्सएप पर वॉयस मैसेज प्रिव्यू को

आजकल भागती- दौड़ती ज़िन्दगी में भी हमें रिश्तेदारों से, अपने दोस्तों से, और अपने प्रियजनों से सम्पर्क बनाए रखना बहुत ज़रूरी है। इसलिए हमें हमारे अपनों से जोड़े रखने के लिए, एक ऐसे एप्लीकेशन की शुरुआत हुई, जिसने हम सब को एक साथ, एक ऐप के माध्यम से बांध दिया, जिसे दुनिया व्हाट्सऐप(WhatsApp) के नाम से जानती है। व्हाट्सऐप(WhatsApp) की इसी लोकप्रियता के कारण वर्तमान में इसके कई मॉड वर्जन हैं। 
जैसे- 'जीबी व्हाट्सएप', 'यो व्हाट्सएप' भी मौजूद है, जो मूल व्हाट्सऐप(WhatsApp) की तुलना में 'Advance Feature' प्रदान करता है।




बहुत लोग है जो व्हाट्सएप के बारे में अधिक जानकारी नहीं रखते क्योंकि उनके पास इसे चलाने के लिए सही मोबाइल नहीं होता। पर अगर आप जानना चाहते है कि व्हाट्सएप(WhatsApp) क्या है? तो आप और कहीं मत जाइए, हमारे साथ बने रहिए। हम आपको बताएँगे कि व्हाट्सएप क्या  हैं। 





आइये अब समझते हैं कि whattsAPP क्या है...... 


कुछ समय पहले, हम किसी को कोई मैसेज भेजने के लिए सिम में अलग से रिचार्ज किया करते थे, लेकिन अब एक ही रिचार्ज से हम मैसेज(massege) भी कर सकते है, 'Call' भी कर सकते है और 'Video Call' करके अपने दोस्तों को देख भी सकते है और अगर कोई ज़रूरी जानकारी भी 'Share' करनी हो तो वह भी कर सकते हैं।  जी हाँ, यह सब संभव हो पाया हैं  व्हाट्सएप(WhatsApp) के कारण।

व्हाट्सएप(WhatsApp) हमारे 'Mobile' में पाया जाने वाला एक 'Application' है, जिसके द्वारा हम एक दूसरे को 'Text Message' , 'photo' , 'video' ,  'Document' या अपनी लोकेशन भेजने के लिए इस्तेमाल करते है। व्हाट्सएप(WhatsApp) हमें 'Voice Call' और 'Video Call' करने की सुविधा भी देता है। यह 'App' एक तरह से हमें हमारे अपनों लोगों और हमारे दोस्तों से जोड़े रखता है।



व्हाट्सएप(WhatsApp) के फुल फॉर्म की अगर हम बात करें, तो दरअसल व्हाट्सएप(WhatsApp) का कोई फुल फॉर्म ही नहीं है, लेकिन इसे पूर्ण रूप में WhatsApp Messenger कहते है। यह एक तरह से, किसी को Greet करने के लिए कहे जाने वाले वाक्यांश “What’s Up?” का पूरा रूप है।



व्हाट्सएप की पूरी जानकारी..........

हम आपको बताते हैं कि  व्हाट्सएप(WhatsApp) की शुरुआत 2009 में, अमेरिका में हुई थी। इसके संस्थापक (Founder) जेन कौम (Jan Koum), ब्रायन एक्टन (Brian Acton) है। लेकिन वर्तमान समय में WhatsApp को Facebook ने 19 अरब अमेरिकी डॉलर में खरीद लिया है, इसीलिए अब इसके मालिक मार्क जुकरबर्ग (Mark Zuckerberg) है। भारत में यह 2011 के अंत में आया और आज के समय में यह सबसे लोकप्रिय Apps में से एक बन चुका है।


इसे पढ़कर आप इतना समझ गए होंगे कि व्हाट्सएप क्या होता है? 

तो चलिए अब हम आपको व्हाट्सएप (WhatsApp) की कुछ बेहतरीन Features के बारे में भी बताते है.......... 



Voice Call and Video call व्हाट्सएप(WhatsApp) पर हम Message के माध्यम से बात तो कर ही सकते हैं और साथ ही साथ अपने लोगों और रिश्तेदारों को voice Call और Video Call भी कर सकते है। इसके लिए हमें अलग से किसी ID की ज़रूरत भी नहीं पड़ती हैं। जो भी हमारे Contacts list होता है, बस हम उन्हें आसानी से  voice Call और video call कर सकते है।



Customizationव्हाट्सएप(WhatsApp) पर हम अपने हिसाब से अलग-अलग  टाइप के Notification Sound लगा सकते है, जिससे हमें ये जानने में सुविधा होगी कि हमें किसने massege किया है और साथ ही, व्हाट्सएप(WhatsAppहमें Dark Mode की भी सुविधा देता है जिससे हमारी आँखों को कोई हानि न हो यानी जिससे हमारी आँखें सुरक्षित रहे। 



Privacy =  व्हाट्सएप(WhatsApp) की सबसे बड़ी ख़ास बात यह है कि ये End-To-End Encryption इस्तेमाल करती है, जिसका मतलब यह है, कि केवल दो लोग जो आपस में बात कर रहे है, उनके अलावा उनके बात-चीत की जानकरी किसी तीसरे व्यक्ति को नहीं होगी। ये फीचर WhatsApp को एक बहुत ही सुरक्षित प्लेटफॉर्म बनाता है।



Backup Data or Delete WhatsApp =  व्हाट्सएप(WhatsApp) पर हम अपने सभी Messages को सुरक्षित रख सकते है और तो और अपने किसी पुरानी Chat को वापस भी पा सकते है। इसके लिए WhatsApp हमें Backup Facility वाला एक बेहतरीन फीचर देता है। हम अगर चाहे तो WhatsApp को Delete भी कर सकते है और उसे वापस से खोलने पर, हमें हमारे सभी डेटा वापस मिल जाएंगे, अगर हमनें Backup किया हुआ होगा तभी यह संभव होगा अन्यथा नहीं। 



इसके अतिरिक्त, WhatsApp को हम किसी भी AndroidiPhone, या Windows फ़ोन पर और Mac या Windows के Laptop और Computer पर डाउनलोड कर सकते है। लैपटॉप और कम्प्यूटर में व्हाट्सएप को हम WhatsApp Web भी कहते है।
 



व्हाट्सएप (WhatsApp कंपनी भी आए दिन अपने यूजर्स को बेहतरीन  फीचर्स और अपडेट की जानकारी देती रहती हैं। अभी कुछ समय पहले  ही  कंपनी ने अपने यूजर्स के लिए एक नया फीचर रिलीज किया है। ये कमाल का फीचर वॉयस मैसेज प्रिव्यू है। जैसा कि इसके नाम से ही स्पष्ट है कि अब यूजर्स को वॉयस मैसेज(voice massege) भेजने से पहले ही उसका प्रीव्यू देखने का मौका मिलेगा। यानी आप भी अगर किसी को वॉयस मैसेज(voice massege)  भेजते हैं तो उससे पहले आप ऑडियो को सुन सकेंगे। इस नए फीचर से सबसे बड़ा फायदा ये होगा कि अब किसी के पास आपका गलत ऑडियो मैसेज नहीं जा पाएगा।




आईये जानते हैं कि क्या है व्हाट्सऐप का नया फीचर?

व्हाट्सऐप(WhatsApp) पर चैटिंग के अलावा ऑडियो(Audio) और वीडियो(Video) कॉल का भी विकल्प मिलता है। ऑडियो(Audio) मैसेज आपको टेक्स्ट चैटिंग वाले टैब में ही दिखता है। इसमें आपको उस माइक पर क्लिक करते हुए कुछ बोलना होता है। इसके बाद ऑडियो रिकॉर्ड होने के बाद send करने का ऑप्शन आता है। अभी तक इसमें सिर्फ वॉयस मैसेज को भेजने का ही विकल्प होता था। इससे कई बार गलत मैसेज भी चला जाता था, लेकिन अब मैसेज भेजने से पहले आप वॉयस(Voice) मैसेज प्रिव्यू(Priviewe) के माध्यम से आप अपने ऑडियो(Audio) को सुन सकेंगे और कोई गलती होने पर उसे हटा कर दूसरा मैसेज रिकॉर्ड कर सकेंगे। 




कैसे करेगा काम ये नया फीचर...... 

● व्हाट्सऐप(WhatsApp) पर ऑडियो(Audio)  मैसेज भेजने के लिए सबसे पहले अपने व्हाट्सऐप अकाउंट पर जाएं। यहां जिस किसी कॉन्टैक्ट(Contacts) को वॉयस(Voice) मैसेज भेजना चाहते हैं उसके प्रोफाइल पर आएं।



●  इसके बाद चैट टैब(Chat tab) में बने माइक्रोफोन के आइकन पर क्लिक करके अपना मैसेज रिकॉर्ड करें और मैसेज पूरा होने के बाद रिकॉर्डिंग को स्टॉप करने के विकल्प पर क्लिक करें। 



●  इसके बाद आपको प्ले( play) का ऑप्शन दिखेगा, इस पर क्लिक करने के बाद आप अपना रिकॉर्ड किया हुआ मैसेज सुन सकते हैं। अगर मैसेज ठीक है तो सेंड(Send) पर क्लिक करके आगे भेज सकते हैं, लेकिन मैसेज में अगर कोई कमी है तो आप उसे डिलीट करके दूसरा मैसेज रिकॉर्ड कर सकते है। 

( पार्ट टाइम इनकम करना चाहते है तो नीचे दिये गए लिंक पर क्लिक कर एप डाउनलोड करे। ) 

1= Earn cash (invite code - HHHP5K)

2= Go daily (invite code - S1AFNF)

3= Lucky walk (invite code - SSSQ76)

4= Roze dhan ( invite code - 0YHQOC)




Conclusion:

तो दोस्तों ये थी व्हाट्सएप(WhatsApp) की पूरी जानकारी के साथ साथ उसके नये फीचर की भी। उम्मीद है इसे पढ़कर आप समझ गए होंगे कि व्हाट्सएप क्या है? अगर आपको हमारी ये जानकारी अच्छी लगी हो, तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी ज़रूर शेयर करे, और अगर आपके पास हमारे लिए कोई सवाल है, तो उसे Comment में लिख कर बताए। हम उसका उत्तर देने की जरूर कोशिश करेंगे। 

हमारा लक्ष्य आपको विभिन्न तरह की जानकारियाँ उपलब्ध करवाना है। जिससे आपको हमारी इस पोस्ट के माध्यम से अधिक से अधिक सहायता मिल सके। धन्यवाद










क्या आपके स्मार्टफोन मे एप अचानक से बंद हो जाता हैं

 (अचानक बंद होने वाले एप की समस्या को करे मिनटों मे  दूर)  




दोस्तों आज मैं आपको जो बताने जा रहा हूं वह आपके लिए ही नहीं , हमारे लिए ही नहीं बल्कि उन सभी लोगों के लिए हैं , जो एंड्रॉयड स्मार्टफोन के माध्यम से उन सभी जरूरी एप से अपने सारे दैनिक काम को संपन्न करते हैं । यह पोस्ट उन सभी के लिए वरदान साबित होगी जो लोग इस प्रकार के एप को यूज करते हैं।

जैसे - 'adobe reader' , 'app lock' , 'crome browser' , 'Instagram' , 'Facebook' आदि। 




आजकल के जमाने में हर एक व्यक्ति स्मार्टफोन का यूज़ तो करते ही होंगे और स्मार्ट फोन यूज़ करने के साथ-साथ कई तरह के एप का भी यूज  करते होंगे, मगर कई तरह के एप का इस्तेमाल करते समय अनेकों समस्याओं का सामना भी करना पड़ता होगा, मगर उन सभी समस्याओं मे से एक समस्या है एप् का अचानक बंद हो जाना। 




ऐसी समस्या से स्मार्टफोन यूजर्स को हर दिन दो - चार होना पड़ता है। यह एक ऐसी समस्या है जो हर किसी स्मार्टफोन यूजर्स के सामने आय - दिन आती रहती हैं, लेकिन सही मायने में देखा जाए तो आज के जमाने में यह एक जटिल समस्या के रूप में हर किसी के सामने आ रही है। कभी-कभी देखने को मिलता है की स्मार्टफोन का चलते - चलते अचानक बंद हो जाना। कभी-कभी यह समस्या इतनी जटिल हो जाती है कि घंटों तक स्मार्टफोन ऑन ही नहीं होता है।







कभी - कभी जरूरत से ज्यादा एप स्मार्टफोन मे इंस्टाल हो जाते हैं जिनका हम अपने दैनिक जीवन मे शायद एक बार ही यूज करते होंगे। ऐसे मे आप कुछ जरूरी कदम उठा कर अपने स्मार्टफोन की ऐसी जटिल समस्या से निजात पा सकते हैं। 




तो आइये जानते है कि एसी जटिल समस्या हमारे दैनिक जीवन मे क्यों आती हैं ...... 




1 =  इस समस्या का सबसे पहला और मुख्य कारण स्मार्टफोन फोन में स्टोरेज का ना होना है, क्योंकि आजकल ज्यादातर एप भारी एमबी(Mb) मतलब ज्यादा एमबी(Mb) के होते हैं। इस प्रकार के कई सारे एप को डाउनलोड करने से और उनका यूज करने से अचानक एप फ्रीज हो जाते हैं। 



2 =  इस समस्या का दूसरा कारण इंटरनेट का कमजोर होना भी हो सकता है। कभी-कभी जब हम किसी ज्यादा एमबी वाले एप को डाउनलोड करते हैं, तब अचानक एप का क्रैश होना या फ्रिज हो जाना इंटरनेट का कमजोर सिग्नल भी हो सकता हैं। 




3 =  जब हम कभी किसी ज्यादा एमबी वाले एप्स का या कम एमबी वाले एप का अधिक से अधिक इस्तेमाल करते हैं तब ज्यादातर इस स्मार्टफोन में अचानक एप का क्रैश होना और फ्रिज होने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। 



4  =  कभी-कभी हैवी ग्राफिक्स वाले गेम और एचडी मूवी डाउनलोड करने से भी यह समस्या देखने को मिलती है, क्योंकि  हैवी  ग्राफिक्स वाले गेम और एचडी मूवी डाउनलोड करने से एप की स्टोरेज भर जाती है जिससे यह समस्या आपके सामने खड़ी हो जाती हैं। 



आइए जानते हैं कि ऐसी जटिल समस्या को कैसे दूर किया जा सकता हैं ...... 



1 =  अगर आप के स्मार्टफोन की स्क्रीन पर एप नॉट लोडिंग या चेक योर डाटा कनेक्शन का मैसेज आया हैं तो आप इंटरनेट चेक कीजिए। ऐसे में आप अपने स्मार्ट फोन में फ्लाइट मोड लगाकर या अपने फोन को रीस्टार्ट करके इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। 



2 = हैवी ग्राफिक्स वाले गेम और एचडी मूवी डाउनलोड करने से स्टोरेज भर जाती है। इसके लिए सेटिंग में जाकर 'स्टोरेज मैनेजर' पर क्लिक कीजिए और 'फ्री अप स्पेस' विकल्प को दवाईये और साथ ही साथ गैर जरूरी एप को तुरंत डिलीट कर दे। इससे आपकी समस्या काफी हद तक दूर हो जाएगी। 



3 =  कुछ एप अचानक बंद होने के बाद भी बैकग्राउंड में रन होते रहते हैं, ऐसे में आप 'सेटिंग' में जाकर उसका एप पर क्लिक करें और आप देखेंगे कि कई सारे विकल्प के साथ-साथ आपको 'फोर्स स्टॉप' का विकल्प दिखाई देगा, उस पर क्लिक करें, ऐसा करने से वह एप सीधे जीरो से स्टार्ट होगा। ऐसा करने से आपकी समस्या काफी हद तक दूर हो जाएगी। 



4 =  एंड्रॉयड स्मार्टफोन में इंस्टॉल किए गए एप को हटाने के लिए 'गूगल प्ले स्टोर' पर जाएं। इसमें आपको 'प्रोफाइल आइकन' पर क्लिक करना होगा। अब 'मैेनेज एप एंड डिवाइस' पर क्लिक कर 'मैनेज' विकल्प को  दबाएं। आखिर में आप उस एप पर क्लिक करें जिसे आप अपने स्मार्टफोन से अन- इंस्टॉल करना चाहते हैं । आप अपने स्मार्टफोन के स्पीड को बढ़ाने के लिए उस एप के आइकन को कुछ सेकंड दबा कर रखे, जिसे आप हटाना चाहते हैं। अब आपको 'रिमूव एप' का विकल्प दिखाई देगा उस पर क्लिक करते ही आपको 'डिलीट एप' , 'होम स्क्रीन से रिमूव' और 'कैंसिल' जैसे विकल्प मिलेंगे। यहाँ पर आप सुविधा अनुसार अपना विकल्प चुन सकते हैं। 



5 =  कभी - कभी एप का ज्यादा इस्तेमाल करने पर कई सारी छोटी - छोटी फाइल्स इकठ्ठा हो जाती हैं। आपसे जितना जल्दी हो सके इन फाइलों को तो तुरंत ही क्लियर कर देना चाहिए। कभी - कभी यही बेकार  फाइलें स्मार्टफोन को फ्रिज कर देती है। 




6 =  स्मार्टफोन में बहुत से प्रीलोड एप होते हैं। प्रिलोड एप वो एप होते हैं जो आपके स्मार्टफोन मे कंपनी की तरफ से ही इंस्टाल हो कर आते हैं यानी जो पहले से इंस्टाल होते है। काफी फोन निर्माता कंपनियां ऑपरेटिंग सिस्टम में बदलाव कर स्मार्टफोन में प्रीलोडेड एप इंस्टाल कर देती हैं, जिन्हें स्मार्टफोन से अनइंस्टॉल करना आसान नहीं होता है।

आमतौर पर स्मार्टफोन यूजर्स को इन एप की आवश्यकता भी नहीं होती है, परन्तु बैकग्राउंड में चलने वाले ये एप स्मार्टफोन की बैटरी लाइफ और सिस्टम मेमोरी को प्रभावित करते हैं, जिससे स्मार्टफोन की स्पीड प्रभावित होती है।

ऐसे  में आप 'गूगल प्ले स्टोर' में  जाकर  इन  एप  को 'अपडेट अनइंस्टाल' करना बेहतर होगा। एक स्टेप पीछे के वर्जन से मुमकिन है कि आपकी समस्या दूर हो जाएगी। 












फोन मे होने वाले वायरस को करे मिनटों में खत्म

 फोन में होने वाले वायरस से अब पा सकते  मुक्ति  


दोस्तों आप सभी लोग स्मार्टफोन का यूज तो करते ही होंगे और करेंगे भी क्यों नही। आजकल तो स्मार्टफोन का ही तो जमाना हैं। आज के जमाने  स्मार्टफोन का तो जैसे फ़ैशन बन चुका हैं। 


लेकिन आजकल फैशन के साथ - साथ हर लोगो की जरूरत भी बन चुका हैं यह स्मार्टफोन। आज के डिजिटल जमाने में स्मार्टफोन के माध्यम से 100% में से 80% काम को सुचारु रूप से संपन्न किया जाता है।



मगर आज के दौर मे शॉपिंग के लिए कई सारे प्लेटफॉर्म मौजूद है जैसे amazon, fleepkart, snapdeal  है और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म भी काफी मौजूद है। जैसे facebook, Instagram, twitter, reddit, massenger, whattsapp, YouTube और भी कई सारे अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म मौजूद है। जिसका उपयोग हम सभी लोग पूरे दिन करते है और इन सारे प्लेटफॉर्म का उपयोग करते समय इंटरनेट का भी  धड़ल्ले  से इस्तेमाल करते है । 


इन सभी प्लेटफॉर्म का उपयोग करके हम सभी लोग अपने - अपने तरीके से मनोरंजन करते हैं। 


  amazon, fleepkart, snapdeal एप का उपयोग किसी चीज को घर पर मँगाने के लिए करते है। 


  facebook, Instagram, whattsapp,  twitter जैसे ऐप्स का उपयोग हम न्यूज़, वीडियो, इमेज को पोस्ट करने के लिए करते है और साथ ही साथ सोशल मीडिया वाली खबरों के लिए भी इस ऐप्स का बहुत ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। 


  YouTube जैसे ऐप्स का उपयोग हम लोग वीडियो को डाउनलोड करने या वीडियो को देखने के लिए करते है, लेकिन आजकल इस ऐप्स का इस्तेमाल भी लोग सोशल मीडिया मे बहुत ज्यादा करने लगे हैं। 


इन सभी ऐप्स का उपयोग करने  के  लिए  हम सभी लोग बहुत ही ज्यादा और बहुत समय तक इंटरनेट का इस्तेमाल करते है। ज्यादा इंटरनेट के इस्तेमाल से वायरस का खतरा भी ज्यादा होता है। 


हम लोग जब भी कभी  किसी वीडियो, पिक्चर, इमेज या किसी और चीजो को इन प्लेटफॉर्म या किसी अन्य प्लेटफॉर्म के माध्यम से डाउनलोड करते है तो उनके साथ - साथ वायरस आने का खतरा भी बढ़ जाता है। 



इन वायरस के कारण कभी कभी आपका स्मार्टफोन धीमा चलने लगता हैं। कभी कभी ये वायरस इतने खतरनाक होते हैं कि ये आपके स्मार्टफोन के सॉफ्टवेयर को भी उड़ा सकते है और साथ मे आपके जरूरी डाटा को हैक करके फ्रॉड लोगो को बेच देते हैं और फिर फ्रॉड लोग आपको ब्लैकमेल करके आपके जरूरी डाटा के बदले आपसे मोटी रकम वसूल करने के लिए दबाव डालते हैं। 


अगर आपको इन खतरनाक वायरस से बचना हैं तो  कुछ जरूरी  बातों को ध्यान रखना जरूरी हैं जिससे वायरस का पता चल  सके....... 


1=  जब आपका स्मार्टफोन आपके डाटा को जरूरत से ज्यादा खर्च करने लगे तो आप समझ जाए कि आपका फोन वायरस का शिकार हो गया हैं। 



2=  अगर आपके स्मार्टफोन की बैट्री समय से पहले खत्म हो जा रही हैं तो यह  यह आपके फोन में वायरस के होने का संकेत हैं। 



3=  अगर आपके स्मार्टफोन की होम स्क्रीन पर कुछ नये ऐप्स दिखाई पड़ रहे हैं जिनको आपने कभी भी प्ले स्टोर से डाउनलोड नहीं किया हैं तो आप समझ जाए कि हैकर्स आप तक पहुँच चुके हैं और आपका जरूरी डाटा खतरे में हैं। 



4=  अगर आपके स्मार्टफोन में जरूरत से ज्यादा विज्ञापन आ रहे हैं तो आप सावधान हो जाये  और समझ जाये कि आपके फोन में वायरस का अटैक (Attack) हो चुका हैं। 



5=  अगर आपके स्मार्टफोन का सॉफ्टवेयर सही ढंग से परफॉर्म नही कर पा रहा है यानी सही ढंग से नही काम कर पा रहा है तो यकीन मानिए आपका स्मार्टफोन अब स्मार्ट नही रहा है यानी मेरे कहने का मतलब यह है कि आपका स्मार्टफोन वायरस का शिकार हो चुका हैं। 



6=  कभी कभी यह भी देखने को मिलता हैं कि जब किसी सॉफ्टवेयर को या किसी ऐप्स को खोलते हैं तो वह सॉफ्टवेयर या ऐप्स पूरा न खुलकर बीच मे अटक जाता हैं, तो इस प्रकार की समस्या को भी लोग वायरस का अटैक मानते हैं। 

( लेकिन इस प्रकार की समस्या के लिए कुछ लोग वायरस को जिम्मेदार नही मानते हैं क्यों कि  अभी तक इसकी कोई ठोस वजह निकलकर सामने नहीं आई हैं जिससे कि इस समस्या के लिए वायरस को जिम्मेदार ठहराया जा सके। ) 




कभी कभी तो कुछ लोग इस खतरनाक वायरस से छुटकारा पाने के लिए अनेको प्रकार से प्रयास करते है। कुछ लोग तो स्मार्टफोन को रिसेट कर इस समस्या से बाहर निकलने की कोशिश करते हैं, तो कोई सॉफ्टवेयर को अपडेट करा कर इस समस्या को दूर करने करने का प्रयास करते हैं , तो कोई उन ऐप्स को हटाकर दुबारा उसी ऐप्स को डाउनलोड करते हैं। 

कभी कभी इस प्रकार के प्रयास से आपके स्मार्टफोन की समस्या तो दूर हो जाती हैं मगर कुछ ही समय के लिए, हमेशा के लिए नहीं। 



अब आपके सामने सबसे बड़ा प्रशन यह हैं कि इस समस्या को हमेशा के लिए कैसे खत्म  किया जा सके। तो चलिए शुरू करते हैं........ 

  अगर आपको लगता हैं कि आपके स्मार्टफोन में वायरस वाला ऐप्स हैं तो सबसे पहले आप अपने गूगल प्ले स्टोर मे जाकर उन सभी ऐप्स को स्कैन करे यदि आपको अपने ही गूगल प्ले स्टोर में वायरस वाला ऐप्स मिलता हैं तो उस ऐप्स को तुरंत डिलेट कर दे। 



  दूसरा तरीका यह हैं कि आप अपने स्मार्टफोन में एंटी-वायरस मोबाइल एप का भी इस्तेमाल करे । इस प्रकार के ऐप्स मे वायरस स्कैन करने करने का भी विकल्प मौजूद रहता हैं। इसके साथ - साथ इस प्रकार के ऐप्स में कई सारे सेक्युरिटी फीचर्स भी आपको मिलते हैं। जिनकी मदद से आपका निजी डाटा भी सुरक्षित रहेगा। 



   तीसरा और आखिरी तरीका यह हैं कि आप अपने स्मार्टफोन को हैकर से सुरक्षित रखने के लिए थर्ड पार्टी ऐप्स को कभी भी डाउनलोड न करे। यदि आप ऐसा करते हैं तो इससे आपका निजी डाटा (फोटो ,वीडियो, जरूरी फाइल) चोरी होने की पूरी संभावना रहती हैं। अगर आपको किसी ऐप्स की बहुत ज्यादा जरूरत हैं तो आप फस्ट - पार्टी ऐप्स या सेकंड- पार्टी ऐप्स का इस्तेमाल कर सकती हैं। 




(  अगर ये सब करने के बाद भी आपकी समस्या दूर नही हो पा  रही हैं तो आपके स्मार्टफोन मे वायरस की समस्या न होकर कोई  हार्डवेयर की समस्या हो सकती हैं। तो कृपया आप अपने किसी  नजदीकी  मोबाइल रिपेयर की दुकान पर जाकर अपनी समस्या  को दूर करवा सकते हैं।  ) 





मोबाइल में नेटवर्क की समस्या

 (मोबाइल में नेटवर्क की समस्या अब होगी  खत्म,बस करनी  होगी ये सेटिंग्स )



दोस्तो आप सब लोग तो जानते ही होंगे कि आज का समाज बदलते युग का समाज है इस बदलते युग में न जाने कितने भौतिक अविष्कार हुए और उन्ही अविस्कारो की देन ये स्मार्टफोन भी है जिसका हम सभी लोग उठते बैठते चलते फिरते यानी की हर जगह इस स्मार्टफोन का उपयोग करते है। स्मार्टफोन मानो जैसे लोगों के शरीर की आत्मा बन चुका हो।



इस संसार में न जाने कितने लोग इस स्मार्टफोन जैसी इलेक्ट्रोनिक डिवॉइस का अपनी अपनी जरूरत के अनुसार इस्तेमाल करते है। कुछ लोग वीडियो को देखकर इस इलेक्ट्रोनिक डिवॉइस का इस्तेमाल और अपना मनोरंजन करते है। तो कुछ लोग अपने प्रिय दोस्त को मैसेज भेजकर इस इलेक्ट्रोनिक डिवॉइस का इस्तेमाल करते है। तो कुछ लोग म्यूजिक को सुनने के लिए इस इलेक्ट्रोनिक डिवॉइस का इस्तेमाल करते है।तो कुछ लोग जरूरी डॉक्यूमेंट को दूसरे इलेक्ट्रोनिक डिवाइस में या दूसरी जगह पर भेजकर इस इलेक्ट्रोनिक डिवाइस का इस्तेमाल करते है।




यानी की ऐसे अनगिनत जरूरी काम हर व्यक्ति के पास है, कि जिस काम को करने के लिए हर व्यक्ति इस स्मार्टफोन जैसी इलेक्ट्रोनिक डिवॉइस का इस्तेमाल करते है।



इस इलेक्ट्रोनिक डिवॉइस ने मानो जैसे मानव के जीवन को ही बदल कर रख दिया है। पहले, जब ये स्मार्टफोन नही हुआ करते थे (जब किपेड वाले फोन चलते थे) तब हर इंसान अपने जरूरी या गैर जरूरी कामों को करवाने के लिए इंटरनेट की दुकानों का सहारा लिया करते थे मगर अब हर इंसान के आधे से ज्यादा काम इस स्मार्टफोन की वजह से ही संभव हो पा रहे है। इस स्मार्टफोन के कारण हमारे दैनिक कार्य या अत्यंत उपयोगी कार्य बड़ी ही सुगमता और सरलता से संपन्न हो पा रहे है।




मगर जैसे जैसे ये स्मार्टफोन हमारे दैनिक कार्यों के लिए लाभकारी साबित हो रहे है वैसे वैसे ही लोगो को (स्मार्टफोन के प्रयोग करने पर) एक नई समस्या से भी जूझना पड़ रहा है। जी हां हम बात कर रहे है नेटवर्क की समस्या की।



जी हां तो हमारे कहने का मतलब ये है कि हमारे दैनिक कार्यों के लिए जितना स्मार्टफोन जरूरी है ठीक उतना ही उसके नेटवर्क की जरूरत होती है। नेटवर्क के बिना तो स्मार्टफोन तो बिल्कुल खाली डिब्बे के समान है। स्मार्टफोन नेटवर्क की समस्या तो आज के समय में तो आम समस्या हो गई है। इसका प्रमुख कारण स्मार्टफोन यूजर की तादाद का जरूरत से ज्यादा बढ़ जाना। आज के समय में हर व्यक्ति को आय दिन इस समस्या से जूझना पड़ रहा है।




स्मार्टफोन में नेटवर्क की समस्या हमेशा नेटवर्क सेवा प्रदाता (netwark sarvice provider) की गलती नही होती है। कभी कभी आपका स्मार्टफोन भी इस समस्या की प्रमुख वजह हो सकता है और यह सब आपके स्मार्टफोन की सेटिंग ऑप्शन में नेटवर्क सेटिंग की गड़बड़ी के कारण होती है।



जब कभी आप स्मार्टफोन में Wi fi और bluetooth  कनेक्शन (cannection) का इस्तेमाल करते  समय इन समस्या का सामना कर रहे हो तो इस बात की पूरी संभावना बन जाती है कि आपके स्मार्टफोन के नेटवर्क सेटिंग (netwark setting) में भी कुछ गड़बड़ है।



आपके स्मार्टफोन में नेटवर्क सेटिंग (netwark setting) आपके स्मार्टफोन को स्मार्ट बनने के रास्ते में बाधा खड़ी करती है।



आपको यह बताना जरूरी है कि आजकल लगभग सारी मोबाइल कंपनियां अपने स्मार्टफोन यूजर को इन समस्याओं से निपटने के लिए नेटवर्क सेटिंग (netwark setting) को रीसेट करने की सुविधा प्रदान करते है।


ऐसे करे नेटवर्क सेटिंग(netwark setting) को रीसेट........

 आप अपने एंड्रॉयड स्मार्टफोन (android smartphon) या टेबलेट(tablet) जो भी हो उस पर सेटिंग एप ओपन करे। 


  इसके बाद Generel Management मे जाए। (आपके के द्वारा यूज किये जा रहे उपकरण के आधार पर) 


  अब Reset ऑपशन सिलेक्ट करे, फिर netwark settings reset ऑपशन सिलेक्ट करे। 


  अब reset button पर क्लिक (click) करे। 


  अब यह आपको device pin,  password या biometrics डालने को कहेगा। 


  यह सब प्रक्रिया होने के बाद Device Restart हो जायेगी और आपकी सारी सेटिंग्स (settings) रिसेट हो जाएगी। 


( इसका सबसे बड़ा फायदा ये है कि इस network setting के reset होने पर आपके apps या data नही हटेंगे। यह आपकी network setting, Integrated Wi Fi Password और Bluetooth connection को डिलेट कर देगा। लेकिन यह आपकी network coverage की समस्या को ठीक नही करेगा यदि वह service provider की ओर से है। ) 


इसके अलावा network की समस्या किन्ही अन्य कारणों की  वजह से भी हो सकती हैं तो  आइये जानते है उन समस्या को ठीक  करने का तरीका.......


1.  अपने फोन को रीस्टार्ट करके..... 


यदि आपके स्मार्टफोन या टैबलेट में अचानक से नेटवर्क की समस्या आ गई है और काफी कुछ करने के बाद भी आपके स्मार्टफोन या टैबलेट में नेटवर्क नहीं आ रहा है तो आप अपने स्मार्टफोन या टैबलेट को एक बार रीस्टार्ट कर दें। फिर आपका स्मार्टफोन या टैबलेट पूरी तरह से स्टार्ट होने पर खुद ही नेटवर्क सर्च (search) कर लेगा।



2.  अपने फोन मे ऐरोप्लेन मोड ऑन ऑफ करके...... 

यदि आप कही बाहर फँसे हुए हैं या कहीं घूमने गए हैं  और अचानक से फोन में नेटवर्क समस्या हो जाए तो सबसे पहले आप अपने स्मार्टफोन या टैबलेट को एरोप्लेन मोड पर करें। फिर कुछ सेकेंड तक ऐरोप्लेन मोड में रखने के बाद इसे पुन: नेटवर्क मोड पर कर दें। इससे तरीके से कुछ ही सेकंड मे आपकी समस्या दूर हो जायेगी। 





3.  बैटरी  और  सिम  को  निकालकर  दुबारा  इंसर्ट करके......

यदि आपके स्मार्टफोन या टैबलेट में नेटवर्क की समस्या रिस्टार्ट और ऐरोप्लेन मोड के तरीके को अपनाने से भी दूर नही हो रही हैं  तो आप इस ट्रिक का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। इस ट्रिक का इस्तेमाल करने के लिए सबसे पहले आप अपने फोन को ऑफ करें और बैटरी को निकालने के बाद साफ करके सही तरीके से लगाएं। इसी के साथ साथ फोन के अंदर लगे सिम को भी निकाल दीजिए और उसे भी साफ करके फिर से लगाएं। कभी कभी फोन में नमी आने से भी इस तरह की समस्या देखने को मिलती हैं। ऐसे में सिम को साफ कर देनें से कभी कभी यह सही तरह से कार्य करने लगता है।



4. मैनुअली नेटवर्क को सर्च करके........ 

यदि आपके स्मार्टफोन या टैबलेट को रीस्टार्ट करने के बाद भी नेटवर्क नहीं आ रहा है तो आप एक बार सेटिंग ऑपशन में जाकर फोन को मैनुअली नेटवर्क पर सर्च कर दें। सेटिंग में मैनुअली नेटवर्क सर्च करने का विकल्प आपको वायरलेस एंड नेटवर्क में सेल्यूलर नेटवर्क के अंदर नेटवर्क आपरेटर्स में मिलेगा।

(ये ऑपशन अलग अलग कंपनी के फोन में अलग अलग तरह से दिखाई देंगे।) 



5. रोमिंग को चेक करके......

कई बार यह देखने को मिलता है कि जब कोई व्यक्ति दूसरे जगह घूमने के लिए जाते हैं। तब यह नेटवर्क की समस्या ज्यादा देखने को मिलती हैं। तो आप हमेशा ध्यान रखे कि यदि आप अपने स्मार्टफोन को लेकर किसी दूसरे शहर और राज्य में गए हैं और बार बार नेटवर्क समस्या हो रही है तो आप अपने स्मार्टफोन में एक बार नेटवर्क में रोमिंग चेक कर लें। हो सके तो डाटा इनेबल इन रोमिंग को ऑन कर दें। इससे नेटवर्क की समस्या दूर हो जायेगी। 



6. सॉफ्टवेयर को अपडेट करके....... 

यदि आपके एंडरॉयड स्मार्टफोन में नेटवर्क अपडेट की समस्या बार बार हो रही हैं। कभी कभी इस वजह से भी नेटवर्क की समस्या खड़ी हो जाती है।  ऐसे में आप ध्यान रखे कि एक बार सॉफ्टवेयर अपडेट पर नजर डाल लें। पुराने स्मार्टफोन में इस तरह की समस्या आती है और इसके लिए कंपनियां अपडेट देती हैं या अपडेट का मैसेज भेज कर आपको जानकरी देती रहती हैं। 



7.  मोबाइल कवर को बदलकर...... 

कभी कभी नेटवर्क की समस्या मोबाइल कवर के कारण भी हो सकती हैं लेकिन इस समस्या के पूरी तरह मोबाइल कवर को ही जिम्मेदार नही ढहरा सकते हैं। हमारा कहने का मतलब हैं कि ऐसा हो सकता हैं ।मोबाइल में बेहतर नेटवर्क एरिया के लिए एंटीना होता है। यह एंटीना पहले दिखाई देता था लेकिन अब कंपनियों ने इसे फोन के अंदर ही छुपा दिया है। ऐसे मे कभी कभी हम ऐसा कवर उपयोग कर लेते हैं जिससे कि एंटीना ढक जाता है और नेटवर्क की समस्या खड़ी होने लगती है। ऐसे में आप कोशिश यह करें कि कंपनी  द्वारा ही दिए गए कवर का ही उपयोग करे।